आज के टाइम में आईलैश एक्सटेंशन करवाना काफी ट्रेनड में है। हम आईलैश एक्सटेंशन करवा तो लेते है, लेकिन हमारे मन में आईलैश एक्सटेंशन को लेकर कई सवाल उठते है कि क्या आईलैश एक्सटेंशन करना ठीक है इसके और क्या फायदे हो सकते है कहीं आईलैश एक्सटेंशन के बड़े नुकसान तो नहीं है? तो फ्रेंड्स टेंशन मत लें आप क्योंकि आज हम आपको आईलैश एक्सटेंशन के बारे में बताएंगे। साथ ही इसके फायदे के बारे में भी बताएंगे।
आईलैश एक्सटेंशन जिसे अर्ध स्थाई प्रक्रिया भी कहा जाता है। इस प्रोसेस के दौरान सिंथेटिक और प्राकृतिक फाइबर को आपकी पलकों के प्रत्येक स्ट्रैंड पर गोंद के साथ जोड़ा दिया जाता है। आईलैश एक्सटेंशन आमतौर पर रेशम, मिंक, मनुष्य या फिर घोड़े के बाल जैसी सामग्री से बने होते हैं और इनसे आपकी पलकें लंबी और घनी लगती हैं, जिससे आपकी आंखें बहुत ही खूबसूरत दिखाई देती है और आप बहुत ही लुक गुडिंग दिखाई देते हैं।
वैसे को आईलैश एक्सटेंशन कई साइज में आती हैं, मगर आमतौर पर 6mm-18mm का आईलैश यूज किया जाता है। वहीं, कर्ल की चौड़ाई के लिए 80-150 पलकें लगती है। आईलैश एक्सटेंशन तीन प्रकार के होते है, जो कि निम्न है:-
क्लासिक आईलैश एक सिंगल आईलैश एक्सटेंशन होता है, जो कि पलकों के एक स्ट्रैंड से जोड़ा जाता है।
पलकों के एक स्ट्रैंड से कुछ आईलैश एक्सटेंशन को एक साथ जोड़ा जाता है, जिससे पलकें काफी ज्यादा घनी दिखाईं पड़ती है और आप दूर से ही काफी ज्यादा आर्कषित लगते हैं।
यह क्लासिक आईलैश और फैन आईलैश का संयोजन होता है। इसमें आपका बहुत ही क्लासि लुक आता है।
सबसे पहले तो जब भी आप आईलैश एक्सटेंशन करवाएं, तो अपने फेस के शेप को समझे, उसके बाद ही डिसाइड करें कि आपको कौन-सी आईलैश एक्सटेंशन करवाना है। दोस्तों फेस के शेप से ही पलकों पर सही साइज और स्टाइल का आईलैश एक्सटेंशन लगाना चाहिए, जिससे सामने से देखने वाले को आप अजीब न लगें। इसके अलावा आपको इस बात की ध्यान रखना होगा कि आईलैश एक्सटेंशन आपकी रियल पलकों से 3mm से 5mm लंबी होनी चाहिए और इसका कर्ल आपकी रियल पलकों के कर्ल के बराबर ही होना चाहिए।
वैसे तो कई लोगों के मन में यह सवाल आता ही है कि अगर आईलैश एक्सटेंशन करवा तो लें, लेकिन यह कब तक टीके रहेंगे। तो आज हम आपको बता दें, कि आईलैश एक्सटेंशन लंबे समय तक बरकरार रह सकते हैं, मगर जैसे ही रियल पलकें बढ़ती हैं, वैसे ही आईलैश एक्सटेंशन झड़ने लगते हैं। आईलैश एक्सटेंशन को करवाने में कम से कम 2 से 3 घंटे का समय लगता है और दो से तीन सप्ताह के अंतराल में इसे टचअप की जरूरत पड़ती है।
आईलैश एक्सटेंशन ने रियल आईलैश की लंबाई, मोटाई और परिपूर्णता को बढ़ाने की उनकी क्षमता के लिए लोकप्रियता हासिल की है। आईलैश एक्सटेंशन प्राप्त करने के कुछ संभावित लाभ यहां दिए गए हैं, जो कि निम्न है:-
आईलैश एक्सटेंशन लंबी, पूर्ण पलकों की उपस्थिति दे सकते हैं, आंखों और समग्र चेहरे की उपस्थिति को बढ़ा सकते हैं।
आईलैश एक्सटेंशन के साथ, आप अपने सौंदर्य दिनचर्या पर समय बचा सकते हैं, क्योंकि आपको रोजाना काजल या आईलैश लगाने की आवश्यकता नहीं होगी।
आईलैश एक्सटेंशन करवाने से काजल लगाने की भी जरूरत नहीं होती है। इससे आपका समय भी बच सकता है।
कुछ व्यक्तियों के लिए, लंबी और पूर्ण पलकें होने से आत्मविश्वास और आत्मसम्मान की भावना बढ़ जाती है।
जब आईलैश एक्सटेंशन करवाया जाता है, तो यह पूरी तरह से नेचुरल लुक की तरह दिखाई पड़ता है। ऐसे में आप ऑफिस या फिर शादी पार्टी में आप जाते है, तो आप काफी ज्यादा गुड लुकिंग नज़र आते हैं।
वैसे तो हर चीज़ के फायदे और नुकसान दोनों ही होते हैं। अभी तक हमने आईलैश एक्सटेंशन के फायदे के बारे में बात की। चलिए अब हम आईलैश एक्सटेंशन के नुकसान के बारे में बात करते है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के अनुसार, यदि आईलैश एक्सटेंशन की प्रक्रिया ठीक से न की जाए तो यह आईलिड पर सूजन, कॉर्निया संक्रमण या फिर प्राकृतिक पलकों को नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता है।
दोस्तों यहां हमने आईलैश एक्सटेंशन के बारे में पूरी जानकारी दी। यदि आपको आईलैश एक्सटेंशन करवाना है, तो आप नजदीकि किसी भी स्टूडियों में जाकर आईलैश एक्सटेंशन करवा सकते है।